गुस्सा कम करने का अचूक मंत्र
गुस्से की मुख्य वजह घमंड होता है। अगर आपको अपने गुस्से पर काबू करना है, तो उसके लिए आपको सबसे पहले अपने घमंड यानी कि अहंकार को अपने भीतर से निकाल फेंकना होगा। कई व्यक्ति ऐसे भी है जिनके मन में क्रोध का अर्थ ही कुछ और होता है।
जैसे कि कई लोग सोचते है कि यदि मैं क्रोध को त्याग कर दूंगा तो कही मेरा रौब तो कम नहीं हो जाएगा, या फिर दूसरों को उनके गलती का अहसास कराने के लिए भी गुस्सा करना जरूरी है या फिर यदि कोई हमसे सही ढंग से बात ना करें तो उस पर गुस्सा करना जायज है वगैरह वगैरह। यह गुस्सा ही दुख की वजह है और ये सारी चीजें ही सही काम को भी गलत में परिवर्तित कर देता है।
गुस्से से होने वाले नुकसान :
कहा जाता है कि यदि कोई इंसान ज्यादा और लगातार क्रोध करता रहता है तो उसके माथे में दर्द जैसी समस्याएं जैसे कि माइग्रेन की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। क्योंकि इंसान जब क्रोध करता है तो उनके सिर में ऑक्सीजन की पूर्ति नहीं होती है यही वजह है कि यह गुस्सा किसी भी इंसान को अवसादग्रस्त भी कर सकता है। क्रोध व्यक्ति को जुर्म की दुनिया में ले जाता है।
इसके अलावा जो ज्यादा गुस्सा करते है उन्हें हाई ब्लड प्रेशर होने का खतरा बना रहता है। यही नहीं कोई व्यक्ति ज्यादा गुस्सा करते है उन्हें डायबिटीज की भी बीमारी हो सकती है। गुस्सा करने वाले व्यक्तियों के फेफड़ों की काम करने की क्षमता पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। साथ ही कुछ व्यक्ति ऐसे भी है जिन्हें ज्यादा गुस्सा आने से सांस लेने में भी परेशानी होती है।
गुस्सा किस कारण आता है ?
यदि हम बात करें कि आखिर हमें गुस्सा किस कारण आता है तो जानकारी के अनुसार अहम् पर चोट पड़ने से हमें गुस्सा आता है। जब किसी व्यक्ति के भीतर यह घमंड, अहंकार आदि बैठा होता है, तो उसे ही गुस्से की वजह माना जाता है। यदि आप अपने जीवन को खुशहाल बनाना ही चाहते है तो उसके लिए सबसे पहले तो आपको अपने भीतर बैठे अहंकार को निकाल फेंकना है।
आइये ग्रहों के अनुसार समझते है गुस्से के कारण के बारे में ::
- ज्योतिष के अनुसार गुस्से की मुख्य वजह राहु, शनि, मंगल, सूर्य, चंद्रमा इत्यादि होते है। सूर्य में यदि सहनशक्ति है, तो वही पर मंगल में आक्रामकता और देखा जाए तो चंद्रमा शारीरिक और भावनात्मक आवश्यकताओं का प्रतीक है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के जन्म कुंडली में चंद्रमा, सूर्य तथा मंगल ग्रह एक दूजे के साथ यदि किसी भी तरह से दृष्टि संबंध बनाए तो उस व्यक्ति के भीतर गुस्सा काफी ज्यादा रहता है।
- इसके साथ ही मंगल शनि की युति गुस्से को जींद यानी की हट में परिवर्तित कर देती है।
- वही पर, राहु का लग्न से तीसरे स्थान पर होने से जातक के घमंड की वजह – अपने आप को सबसे बड़ा मानना होता है जिससे व्यक्ति को कुछ ज्यादा ही गुस्सा आने लगता है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल को लड़ाई, अग्नि, क्रोध, वाद विवाद, झगड़ा, एक्सीडेंट, हथियार, दुर्घटना, विद्युत इत्यादि का कारक ग्रह कहा जाता है।
- वही पर राहु को आकस्मिक घटनाएं, तामसिकता, नकारात्मक ऊर्जा, बुरे विचार, आकस्मिकता, छल, शत्रु, बुरी आदतों और षड्यंत्र का कारक ग्रह कहा जाता है।
- गीता में प्रभु श्री कृष्ण के अनुसार इंसान को अपने गुस्से पर काबू रखना काफी महत्वपूर्ण होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि गुस्से से गरलफहमी पैदा होती है तथा गलतफहमी से बुद्धि खत्म होती है और जब व्यक्ति के पास बुद्धि ही नहीं रहेगा तो व्यक्ति का विनाश होना निश्चित है।
गुस्सा कम करने का अचूक मंत्र :
यदि आप भी प्रतिदिन “ॐ सों सोमाय नमः” और “ॐ भौम भौमाय नमः” का जाप करेंगे या फिर करवाएंगे तो आप अपने गुस्से पर कंट्रोल कर सकते हैं।
तो अब तक हमने जाना कि राहु और मंगल का योग किस तरह की परेशानियों को जन्म देती है। यदि आपके कुंडली में भी मंगल और राहु के योग की वजह से परेशानियां पैदा हो रही है तो अब हम आपको इन समस्याओं से छुटकारा पाने के उपाय की जानकारी भी देने वाले है जो इस प्रकार है :
मंगल और राहु के योग की वजह से हो रही परेशानियों से छुटकारा पाने के उपाय :
- मंगल और राहु के योग की वजह से होने वाली समस्याओं को रोकने के लिए आपको “ॐ अंग अंगारकाय नमः” का नियम के अनुसार जाप करना चाहिए।
- हनुमान चालीसा नियमित रूप से पाठ करना होगा।
- आपको हर शनिवार को साबुन और उड़द का दान करना चाहिए।
- आपको हर मंगलवार को कम से कम आठ मीठी रोटी बना कर कुत्तों या फिर कौवों को खिलानी चाहिए।
- आपको हमेशा चांदी के गिलास में ही पानी या फिर दूध इत्यादि पीना चाहिए।
- अपने से सभी बड़ो को प्रतिदिन सुबह पैर छूकर प्रणाम करें क्योंकि कहा जाता है कि बड़े बुजुर्गों से प्राप्त हुई आशीर्वाद से जल्द ही गुस्से पर काबू किया जा सकता है।
- हर मंगलवार को आपको गाय को गुड़ सेवन कराना चाहिए।
- कहा जाता है कि अभिमंत्रित मंगल यंत्र को यदि पास रखा जाए तो जल्द से जल्द लाभ होता है।
- यदि आप सोमवार को चांदी का बेजोड़ छल्ला या कड़ा पहनते है तो आपके गुस्से में कमी आ सकती है।
- आपको हर दिन अपने माथे पर सफेद चंदन की तिलक लगाना चाहिए क्योंकि इससे भी आपको काफी लाभ प्राप्त होगा।
गुस्सा कम करने में वास्तु का योगदान :
क्या आप जानते है कि आपका सबसे बड़ा दुश्मन कौन है यदि नही तो आपको बता दूं कि आपका सबसे बड़ा दुश्मन और कोई भी नहीं – खुद आपका गुस्सा है। जी हां अपने क्रोध में आकर कोई भी मनुष्य बड़े से बड़े हानियां कर बैठता है।
गुस्से की वजह से व्यक्ति की सामाजिक हानियां तो होती ही है साथ ही में व्यक्ति को रिश्तों और धन दोनों से ही हाथ धोना पड़ सकता है। लेकिन आपको अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि गुस्से को शांत करने के लिए भी वास्तु शास्त्र के अनुसार उपाय है जिन्हें आजमाकर आप अपने गुस्से पर काबू कर सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक गुस्से पर काबू पाने के उपाय :
- वास्तु शास्त्र के मुताबिक आपको अपने घर को अच्छी तरह से साफ सुथरा रखने की जरूरत होगी क्योंकि गंदगी गुस्से को उकसाने का कार्य करती है।
- आपको प्रतिदिन शाम होते ही अपने घर में बत्ती, धूप या अगरबत्ती को जलाना चाहिए। इसके साथ ही आपको अपने घर के पूर्व दिशा में कोई भी भारी चीज नहीं रखना चाहिए।
- वास्तु शास्त्र के मुताबिक यदि आप भी अपने गुस्से पर काबू पाना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको हर दिन सूर्य नारायण को जल चढ़ाना चाहिए। इससे मन में सिर्फ अच्छी बातें ही आती है और गुस्से जैसी नकारात्मक ऊर्जा आपसे दूर ही रहेगी।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक जिन व्यक्तियों को क्रोध अधिक आता है उन्हें अपने घर में लाल रंग का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कहने का मतलब यह है कि आपको अपने घर की किसी भी चीज में जैसे कि चादर, पर्दे और पेंट इत्यादि में लाल रंग का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।